राजनेता खतरनाक जहर की तरह ही लोगों के मन में जहर को कैसे घोलते रहते हैं ||कोसारे महाराज||
दुनिया का सबसे खतरनाक जहर, सिर्फ एक ग्राम ही हजारों को सुला सकता है मौत की नींद वह है सायनाइड के बारे में तो आपने सुना ही होगा, जिसे बेहद ही खतरनाक जहर माना जाता है। इसी की तरह ही एक और खतरनाक जहर है, जिसे पोलोनियम 210 कहा जाता है। हालांकि इसके बारे में बहुत कम ही लोगों को पता है। माना जाता है कि इसका सिर्फ एक ग्राम ही हजारों लोगों को मौत की नींद सुला सकता है। इस वजह से इसे दुनिया का सबसे खतरनाक जहर कहें तो गलत नहीं होगा। इसी तरह समाज में ऐसे कई वयक्ति या राजनेता व कुछ कार्यकर्ता भी इसी उदहारण के तौर पर खतरनाक जहर की तरह ही लोगो के मन में जहर को घोलते रहते हैं और खिलाते रहते हैं और लोगो को उल्टी सीधी बातों में भ्रमित करते रहते हैं लोगो के मन पर राज रहते करते हैं और उनको धीरे धीरे गरीबी के रेखा में गिराकर मारते रहते हैं इसकी मौजूदगी का पता लगाना भी बेहद ही मुश्किल काम होता है। वैसे भारत में तो इस खतरनाक जहर को घोलने वालो के विचारो की जांच करना ना मुमकिन ही है। राजनेता व कुछ कार्यकर्ता, कुछ सामाजिक व्यक्ति भी खतरनाक जहर की तरह ही लोगों के मन में जहर को कैसे घोलते रहते हैं और उन पर कैसे राज करते हैं और हम उनसे कैसे छुटकारा पायेंगे
☝ उपरोक्त वीडियो को क्लिक करके आप वीडियो को पूरा देखिए
दुष्ट इंसानों की पहचान क्या हैं :
दुष्ट इंसानों की पहचान करके व्यक्ति को तुरंत उससे दूर हो जाना चाहिए नहीं तो कब उसकी जिंदगी का पतन शुरू हो जाएगा, हमें पता भी नहीं लगेगा. किस इंसानों से दूर हमें रहना चाहिए एक इंसान अपनी जिंदगी में तभी सफल हो सकता है, जब वह न केवल अच्छी संगति में रहता हो बल्कि उसे भले-बुरे इंसानों को पहचानने की खरी परख हो. कई बार इंसान खुद अच्छा होने की वजह से उसे अपने आस-पास के लोग सही ही नजर आते हैं जीवन में तरक्की के लिए दुष्ट लोगों की पहचान बहुत जरूरी होती है, नहीं तो इंसान की खुशियां तो उजड़ती ही हैं, घर-परिवार में परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ता है.
झूठा दोस्त, आस्तीन का सांप क्या है :
झूठा दोस्त, आस्तीन का सांप होता हैं
सभी जानते हैं कि अपनी तारीफ सुनना किसे पसंद नहीं होता है. कई बार दोस्त के रूप में आप अपने ही दुश्मन को पाल रहे होते हैं.
आज के समय में सच्चा दोस्त बहुत ही मुश्किल से मिलता है. ये लोग अपने चेहरे पर सच्चाई का झूठा मुखौटा पहनकर घूमते हैं. सामने पर आपके लिए इनसे ज्यादा हिमायती नहीं होता है लेकिन पीठ पीछे जाते ही ये आपकी बुराई शुरू कर देते हैं. अगर आपकी लिस्ट में ऐसा कोई दोस्त हो, जो यहां की वहां करता है तो तुरंत ही उससे दूरी बना लें.
आप अपनी प्राथमिकताएं तय करें :
दुनिया में कई सामाजिक मुद्दे हैं, लेकिन आप केवल कुछ मुद्दों पर ही काम कर सकते हैं. इसलिए, यह तय करें कि आप किस तरह की दुनिया में रहना चाहते हैं
सभ्य संवाद को बढ़ावा दें :
दूसरों की बात सुनें और उनसे सीखें. अलग-अलग दृष्टिकोण वाले लोगों को एक साथ लाने के लिए काम करें
आप जागरूकता बढ़ाएं :
अपने आस-पास की दुनिया में क्या हो रहा है, इस पर ध्यान दें. यह जागरूकता आपको यह समझने में मदद करेगी कि दमनकारी प्रणालियां और व्यवहार किस तरह से काम करते हैं
सभी बातो का अच्छे से अभ्यास करे :
अभ्यास ही आपको नए विचारों और जानकारी के साथ चुनौती देती है. इससे आपको सामाजिक परिवर्तन में योगदान देने के लिए अपना रास्ता खोजने में मदद मिलती है.
फोकस समूह में शामिल हों :
फोकस समूहों में, आप अपने विचारों पर चर्चा कर सकते हैं और दूसरों के विचारों को समझ सकते हैं. इससे आपको अपने विचारों में अंतर्दृष्टि मिलती है
समाज में परिवर्तन कैसे ला सकते हैं:
समाज में परिवर्तन लाने के लिए सबसे पहले हमको समाज के हर वर्ग को शिक्षित करना होगा और हमारे पुराने रीति-रिवाजों के बंधन से मुक्त होना होगा। हम लोगों को लिंग ,जाति और छुआछूत जैसे तत्वों को छोड़ना होगा तभी हम एक नए समाज की कल्पना कर सकते हैं।
सामाजिक परिवर्तन से आप क्या समझते हैं :
सामाजिक परिवर्तन वह तरीका है जिससे मानवीय अंतःक्रियाएं और रिश्ते समय के साथ सांस्कृतिक और सामाजिक संस्थाओं को परिवर्तित करते हैं, जिसका समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है। सामाजिक परिवर्तन एक ऐसी अवधारणा है जिसे हम में से कई लोग हल्के में लेते हैं या वास्तव में समझते ही नहीं हैं। कोई भी समाज कभी भी एक जैसा नहीं रहा है।
आप समाज में सकारात्मक परिवर्तन कैसे कर सकते हैं:
समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए हमें सभी मिलकर मिलजुलकर काम करना होता है। पहले, हमें अच्छे संबंध बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए, जिससे विभिन्न समूहों और व्यक्तियों के बीच समझदारी बढ़े। शिक्षा का महत्व समझाना और सभी को इसके अधिकार में लाने के लिए कठिनाइयों का सामना करना होगा।
सोच के विभिन्न तरीकों से समाज को कैसे फायदा होता है :
सोचने के विभिन्न तरीके समाज की अनुकूलन क्षमता को बढ़ा सकते हैं। विविध विचार प्रक्रियाएं समाजों को विभिन्न रणनीतियों और दृष्टिकोणों की पेशकश करके परिवर्तनों और चुनौतियों के प्रति अधिक प्रभावी ढंग से अनुकूलित होने में मदद कर सकती हैं।
समाज में बदलाव क्यों नहीं आता है:
समाज में क्या किसी भी परिवर्तन को अपनाना आसान नहीं होता क्योंकि हमें किसी भी काम को या किसी सामाजिक मान्यताओं को एक निश्चित तरीके से करने की आदत हो जाती है और हमास मस्तिष्क भी उसको पूर्ण रूप से स्वीकार कर लेता है इसलिए किसी भी प्रकार के समाजिक परिवर्तन को अपनाना आसान नहीं होता है।
एक अच्छा समाज कैसे बने :
एक अच्छे समाज के लिए हमें सबसे पहले एक-दूसरे के साथ अच्छे संबंध बनाने की जरूरत होती है। हमें दूसरों की सुनने और समझने की क्षमता होनी चाहिए। ईमानदारी से काम करना और अपने वादे पूरे करने का प्रयास करना चाहिए। समाज में सबको समानता और न्याय मिलना चाहिए, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या स्थिति का हो।
कार्यालयीन पत्ता :
नेहा अपार्टमेंट फ्लैट नंबर २०२, दूसरा मजला, उमरेड रोड, रामकृष्ण नगर, नागपुर-४४००३४.
कोसारे महाराज 👉 संस्थापक ( राष्ट्रीय अध्य्क्ष )
मानव हित कल्याण सेवा संस्था नागपुर ( महाराष्ट्र प्रदेश )
राष्ट्रीय जनता दल ( महासचिव महाराष्ट्र )
अधिक जानकारी के लिए फोन संपर्क 📲 ९४२१७७८५८८ / ९४२२१२७२२१
ईमेल 👉 kosaremaharaj@gmail.com
वेबसाइट 👉 https://www.kosaremaharaj.com
You May Also Like 👇
- https://www.kosaremaharaj.com/2022/12/apply-online-for-membership-of-mhkss.html
- https://www.kosaremaharaj.com/2022/12/donate-to-support-us.html
- https://www.kosaremaharaj.com/2022/12/kosare-maharaj-orphan-ashram-and-old-age-home.html
- https://www.kosaremaharaj.com/2022/11/Kosare-Maharaj-Mahavidyalaya.html
- https://www.kosaremaharaj.com/2022/11/svachchhata-ka-mahatv.html
--
Kosare Maharaj |
|
0 Comments
Hello friends please spam Comments na karen, aapko Post kaisi lagi aap jarur batayenge aur post share jarur kare