netaon ke jhoothe vaade ko kaise pahchane | kosare maharaj

नेताओं के झूठे वादे को कैसे पहचाने | कोसारे महाराज झूठा वादा तब होता है जब कोई नेता कहता है कि वे जनता के लिए कुछ अच्छा काम करेंगे, लेकिन वास्तव में उनका ऐसा करने का कोई इरादा नहीं है। यह झूठ बोलने और किसी को यह विश्वास दिलाने जैसा है कि वह कुछ जनता के लिए काम करेंगे, लेकिन उन्होंने कभी ऐसा करने की योजना नहीं बनाई। ऐसा करना अच्छी बात नहीं है क्योंकि इससे लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं और जनता का उन नेताओ पर से भरोसा उठ सकता है। अधिक जानकारी के फोन संपर्क : 9421778588 हमारी वेबसाइट : https://www.kosaremaharaj.com

netaon ke jhoothe vaade ko kaise pahchane | kosare maharaj

नेताओं के झूठे वादे को कैसे पहचाने | कोसारे महाराज


झूठे वादे क्या होते हैं?

झूठा वादा तब होता है जब कोई नेता कहता है कि वे जनता के लिए कुछ अच्छा काम करेंगे, लेकिन वास्तव में उनका ऐसा करने का कोई इरादा नहीं है। यह झूठ बोलने और किसी को यह विश्वास दिलाने जैसा है कि वह कुछ जनता के लिए काम करेंगे, लेकिन उन्होंने कभी ऐसा करने की योजना नहीं बनाई। ऐसा करना अच्छी बात नहीं है क्योंकि इससे लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं और जनता का उन नेताओ पर से भरोसा उठ सकता है।






जब लोग अपने वादे नहीं निभाते हैं :


जब हम किसी से किया हुआ वादा नहीं निभाते, तो यह उस व्यक्ति को बताता है कि हम उसे महत्व नहीं देते । हमने अपनी प्रतिबद्धता से आगे कुछ और रखना चुना है। यहां तक ​​कि जब हम छोटे-छोटे वादे तोड़ते हैं, तब भी दूसरों को पता चलता है कि वे हम पर भरोसा नहीं कर सकते। टूटे वादों के कारण हमारे रिश्तों में छोटी-छोटी दरारें विकसित हो जाती हैं।




नेता लोग अपने वादे क्यों तोड़ते हैं :


कुछ नेता लोग लोगों को खुश करने की प्रवृत्ति के कारण ऐसे वादे करते हैं जिन्हें वे पूरा नहीं कर पाते। "वे खुद को दूसरों के प्रति आकर्षित करने में सक्षम होना चाहते हैं, वे चाहते हैं कि दूसरे उन्हें पसंद करें [लेकिन] वे इस बारे में यथार्थवादी नहीं हैं कि वे वास्तव में क्या करने में सक्षम हैं।




नेता लोगों को कैसे रास्ते पर लाया जाए :

आजकल देश के नेता निजी हित के लिए एक -दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए हैं। ऐसे नेता देश को उन्नति व प्रगति के रास्ते पर लाने के बजाय भ्रष्टाचार की खाई में धकेल रहे हैं। इस बार में देश को तरक्की के पथ पर ले जानी वाली पार्टी को ही केंद्र की सत्ता सौंपनी होगी।


पिछले कुछ वर्षो में हमें देखने को मिला है कि देश के सभी नेताओं की भाषा अभद्र हो चुकी है। समाज व मुद्दे की बात करने के बजाय नेता कुर्सी के लालच में एक-दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं। मतदाताओं को झूठे बातों में उलझाकर मतदाताओं से वोट लेने के बाद सुध लेने भूल जाते हैं। केंद्र ऐसी पार्टी की सरकार होनी चाहिए जो भ्रष्टाचार व महंगाई से मुक्ति दिलाए।


अगली केंद्र सरकार ऐसी होनी चाहिए, जो महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम हो। साथ ही महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से छुटकारा दिला सके। नेताओं को झूठ बोलना छोड़कर जनता से किए वादों को पूरा करने के प्रयास करने चाहिए, क्योंकि झूठे नेताओं से जनता का विश्वास उठ चुका है।


देश की अगली सरकार आम लोगों के हित की रक्षा करने वाली होनी चाहिए। इस समय देश को महंगाई व भ्रष्टाचार ने जकड़ रखा है। यही नहीं देश की सीमा भी सुरक्षित नहीं है। हमें ऐसे नेताओं व पार्टी को वोट देना चाहिए जो देश व समाज के बारे में अच्छी सोच रखते हों।


देश को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने के लिए भ्रष्ट व झूठे नेताओं को सबक सिखाने का समय आ गया है। हमें सोच समझ कर ही मतदान करना चाहिए। पूर्व में कुर्सी पर काबिज रहने वाले नेताओं के काम की समीक्षा करनी चाहिए कि उन्होंने अपने वादों को किस हद तक पूरा किया है।


हमें पार्टी व जात-पात नहीं देखना चाहिए। देश की उन्नति के लिए हमें उस पार्टी को वोट करना चाहिए जो देशहित में काम करने के काबिल हो। नेताओं के झूठे वादों से गुमराह होने की जरूरत नहीं, बल्कि उनको सबक सिखाने की जरूरत है।




नेता के झूठ की कैसे पहचान करें :




किसी भी नेता के झूठ की कैसे पहचान करें उनकी बॉडी लेंग्वेज पर गौर करते रहें. उनके शब्दों के उच्चारण को ठीक से परखते रहें. अगर वह ज्यादा जोर देकर समझाने की कोशिश कर रहा है तो समझिए कि वह किसी सच को छुपाने का प्रयास कर रहा है. क्योंकि झूठ बोलने वाला नेता अक्सर किसी बात को कहने के समय बेवजह मुस्कराता है. इसमें थोड़ा और बारीकी से ध्यान रखने की जरूरत है.



झूठ बोलने वालों के लक्षण :




हालांकि आजकल शातिरों की भी कमी नहीं, लोग झूठ को सच की तरह बोलने के लिए अभिनय भी करने लगते हैं. इसलिए आपकी समझदारी इस मामले में काफी अहम हो जाती है. लेकिन फिर भी कुछ लक्षण हैं, जिन पर ध्यान रखा जा सकता है. मसलन झूठ बोलने के दौरान इंसान की आंखों की पलकें बार-बार उठती गिरती हैं. यह सचाई है. यहां तक कि झूठ बोलने के दौरान आंखों का रंग बदलता है. झूठ बोलने वाला या तो बहुत जोर से बोलता है या फिर धीमे स्वर में बातें करता है. वह सामान्य व्यवहार कभी नहीं कर सकता. अगर कोई बात करते हुए अपनी नाक खुजाने लगता है तो समझिए कि वह झूठ बोलने की कोशिश कर रहा है.





कार्यालय का पता 👇

नेहा अपार्टमेंट फ्लैट नंबर २०२, दूसरा मजला, उमरेड रोड, रामकृष्ण नगर, नागपुर-४४००३४.

कोसारे महाराज 👉 संस्थापक ( राष्ट्रीय अध्य्क्ष )

मानव हित कल्याण सेवा संस्था नागपुर ( महाराष्ट्र प्रदेश )

भारतीय जनविकास आघाडी ( राजकीय तिसरी आघाडी मुख्य संयोजक )


अधिक जानकारी के लिए फोन संपर्क 📲 ९४२१७७८५८८ / ९४२२१२७२२१

ईमेल 👉 kosaremaharaj@gmail.com

वेबसाइट 👉 https://www.kosaremaharaj.com 













You May Also Like 👇


  • इंसान की असली पहचान उसके कर्मों से होती है | कोसारे महाराज https://youtu.be/jRtWsTH_CgY

  • मौलिक अधिकार व मौलिक कर्तव्य | कोसारे महाराज https://youtu.be/kweEc1YE1eI

  • कोसारे महाराज : गर्मी में पशु पक्षियों के लिए भी करें पानी की व्यवस्था  https://youtu.be/Z4SlRE1zxcs

  • कोसारे महाराज : क्या नेता पैदा होते हैं या बनाये जाते हैं  https://youtu.be/cncj2GKD5tc

  • जाति के आधार पर नहीं होता है मतदान // कोसारे महाराज  https://youtu.be/c749t9iCbZQ

  • किसी प्रत्याशी का नामांकन पत्र निरस्त करना लोकतांत्रिक के लिये अपराध है // कोसारे महाराज  https://youtu.be/HcuVkbbxU1k

  • रामनगरी मौजा बीडगाव, त. कामठी, जि. नागपूर येथील नवीन रस्ते प्रकल्पातील समस्या // कोसारे महाराज  https://youtu.be/b2jB7B_bPVQ

 --

Post a Comment

0 Comments