Online Education and Digital Education

ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल शिक्षा आज के समय के गति अनुसार को देखते हुए पैसो की बचत और वृद्धि होने के परिणामस्वरूप ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सिफारिशों के एक व्यापक सेट को कवर किया गया है, जिससे जब कभी और जहां भी पारंपरिक और व्यक्तिगत शिक्षा प्राप्त करने का साधन उपलब्ध होना संभव नहीं हैं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के वैकल्पिक साधनों की तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए, स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों को ई-शिक्षा की जरूरतों को पूरा करने के लिए मानव हित कल्याण सेवा संस्था द्वारा कोसारे महाराज कॉलेज में डिजिटल अवसंरचना, डिजिटल कंटेंट और क्षमता निर्माण के उद्देश्य से एक समर्पित इकाई बनाई जाएगी।

ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल शिक्षा





मानव हित कल्याण सेवा संस्था द्वारा शिक्षा क्षेत्र की इस योजना का उद्देश्य अर्ध-शहरी, यहाँ तक कि ग्रामीण क्षेत्रों, जहाँ महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध हों ऐसे अनेक योजना संस्था द्वारा योजना, परियोजना का प्रस्ताव की सुरुवात हो गई हैं सामाजिक स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र के नागपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में गरीब लोगों को और युवाओं के कौशल को बढ़ाना"इस योजना के लिए पात्र हैं। लाभार्थी योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन वेबसाइट  https://www.kosaremaharaj.com/ के लिंक पर क्लिक करके जानकारी आप ले सकते हैं या कार्यालय मानव हित कल्याण सेवा संस्था से संपर्क कर सकते हैं।

मानव हित कल्याण सेवा संस्था का उद्देश्य 2025 तक स्कूली शिक्षा में 100% विद्यालय से माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा के सार्वभौमिकरण का लक्ष्य


नई शिक्षा नीति स्कूली और उच्च शिक्षा दोनों में बहुभाषावाद को बढ़ावा देगी इंग्लिश, हिंदी, मराठी, प्राकृत के लिए राष्ट्रीय संस्थान, भारतीय अनुवाद और व्याख्या मानव हित कल्याण सेवा संस्था द्वारा की जाएगी


कोसारे महाराज महाविद्यालयों का कार्य कम से कम 5 वर्षों में पूर्ण हो जायेगा महर्षि वाल्मीकि एजुकेशन ग्रुप के साथ मिलकर काम करने के लिये नई शिक्षा नीति स्कूली और उच्च शिक्षा प्रणाली को चलाने के लिये परवानगी मील चुकी हैं

कम से कम 5 वीं कक्षा तक मातृभाषा / क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई :



पढ़ने-लिखने और गणना करने की बुनियादी योग्यता पर ज़ोर, स्कूलों में शैक्षणिक धाराओं, पाठ्येतर गतिविधियों और व्यावसायिक शिक्षा के बीच खास अंतर नहीं; इंटर्नशिप के साथ कक्षा 6 से व्यावसायिक शिक्षा शुरू की जायेगी सभी प्रकार की उच्च शिक्षा पाठ्यक्रम में विषयों की विविधता होगी



स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर सबकी एकसमान पहुंच सुनिश्चित करना :


        मानव हित कल्याण सेवा संस्था द्वारा स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों प्री-स्कूल से माध्यमिक स्तर तक सबके लिए एकसमान पहुंच सुनिश्चित करने पर जोर देगी । स्कूल छोड़ चुके बच्चों को फिर से मुख्य धारा में शामिल करने के लिए स्कूल के बुनियादी ढांचे का विकास और नवीन शिक्षा केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इस नई शिक्षा नीति में छात्रों और उनके सीखने के स्तर पर नज़र रखने, औपचारिक और गैर-औपचारिक शिक्षा सहित बच्चों की पढ़ाई के लिए बहुस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने, परामर्शदाताओं या प्रशिक्षित सामाजिक कार्यकर्ताओं को स्कूल के साथ जोड़ने, के लिए और संपूर्ण भारत में ओपन स्कूलों के माध्यम से ओपन लर्निंग, कक्षा 10 और 12 के समकक्ष माध्यमिक शिक्षा कार्यक्रम, व्यावसायिक पाठ्यक्रम, वयस्क साक्षरता और जीवन-संवर्धन कार्यक्रम जैसे कुछ प्रस्तावित उपाय हैं। 2023 के तहत स्कूल से दूर रह रहे लगभग कई हजारों बच्चों को मुख्य धारा में वापस लाया जाएगा।


ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल शिक्षा:


आज के समय के गति अनुसार को देखते हुए पैसो की बचत और वृद्धि होने के परिणामस्वरूप ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सिफारिशों के एक व्यापक सेट को कवर किया गया है, जिससे जब कभी और जहां भी पारंपरिक और व्यक्तिगत शिक्षा प्राप्त करने का साधन उपलब्ध होना संभव नहीं हैं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के वैकल्पिक साधनों की तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए, स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों को ई-शिक्षा की जरूरतों को पूरा करने के लिए मानव हित कल्याण सेवा संस्था द्वारा कोसारे महाराज कॉलेज में डिजिटल अवसंरचना, डिजिटल कंटेंट और क्षमता निर्माण के उद्देश्य से एक समर्पित इकाई बनाई जाएगी।





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