एक ही व्यक्ति में है शक्ति : कोसारे महाराज

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एक ही व्यक्ति में है शक्ति : कोसारे महाराज

                               इस धरती पर सांस लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति ने एक बार फुरसत के क्षणों में सोचा होगा कि इस धरती पर उसका क्या महत्व है? क्या उनके न रहने से इस दुनिया में कोई फर्क पड़ेगा? वह इस धरती पर क्यों आया? आप क्यों आए? किसके लिए आये हो? ये सब क्या, क्यों, कैसे, क्यों, एक बार इंसान जाल में फंस गया होगा। हो सकता है कि कभी-कभी ये सवाल उसके मन में निराशा लाकर उसे जीवन के प्रति हताशा की भावना से भर दें, लेकिन यह भी हो सकता है कि ये प्रश्न उसके मन में आशा भी जगाएं। यदि आशा का स्रोत वास्तव में फूटता है, तो यह दर्शन एक व्यक्ति के जीवित होने का संकेत है, उसके जीवन का संकेत है, और इसके विपरीत, यदि उसके चारों ओर केवल निराशा ही है, तो यह केवल उसके जीवित होने का संकेत है, जो है पूरा। पूरी तरह से गलत। इसलिए खुद से वादा करें कि अकेलापन महसूस कर आप अपनी अहमियत को कभी नहीं भूलेंगे। यह सच है कि प्रत्यक्ष रूप से किसी एक व्यक्ति का संसार में कोई महत्व नहीं है, लेकिन वह परोक्ष रूप से संसार का एक हिस्सा है। दुनिया के लिए भले ही इसका महत्व न हो, लेकिन जिन लोगों से यह जुड़ा है, उनके लिए इसका विशेष महत्व है।

                          एकांत में अपने भीतर सकारात्मक विचारों का विकास करना एक बड़ी उपलब्धि है। उस व्यक्ति को याद करो जो सोचता है कि मैं बहुत महत्वपूर्ण हूं, वह व्यक्ति दूसरों के लिए महत्वपूर्ण बन सकता है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने लिए कितने महत्वपूर्ण हैं? प्रत्येक व्यक्ति को यह सोचना चाहिए कि उसके अंदर कुछ है, जिसके आधार पर वह इस दुनिया में बहुत कुछ कर सकता है। अगर आप खुद की अहमियत नहीं समझेंगे तो कोई और आपकी अहमियत कैसे जानेगा और क्यों?

                           इस दुनिया को महान लोगों की जरूरत है, इसे नेताओं की जरूरत है। उनको फॉलो करने वालों की कमी नहीं है। इस दुनिया में बहुत से ऐसे लोग होंगे, जिन्होंने अकेले ही अपना काम शुरू किया, फिर उन्होंने सोचा नहीं था कि उन्हें महान व्यक्ति का दर्जा मिलेगा। उसे बस अपने आप पर विश्वास था कि वह कुछ ऐसा कर पाएगा जिसकी इस दुनिया को जरूरत है और उसके विश्वास की जीत हुई। यह विजयी विश्वास था जिसने उन्हें महानता प्रदान की। इतिहास गवाह है कि दुनिया के सभी महापुरुष शुरुआत में बहुत ही सरल थे। ये सभी अपनी मेहनत और मेहनत से महान बने हैं।

                               रातों-रात कुछ नहीं मिलता। भाग्य का पौधा अपनी मेहनत के पसीने से सींचता है, तभी उस पर सफलता का फूल खिलता है। तुम अपने आप को बदलो, तो सारी दुनिया अपने आप बदल जाएगी। अक्सर लोगों की मानसिकता यह होती है कि वे सोचते हैं कि कोई नई शुरुआत करता है तो हम उनसे जुड़ जाते हैं, लेकिन वे यह नहीं सोचते कि वे खुद से शुरू करते हैं और लोग उनसे जुड़ जाते हैं। ऐसा सोचने वाले बहुत कम लोग होते हैं। यह मनुष्य को स्वयं निर्णय करना है कि क्या करना है, लोगों से जुड़ना है या लोगों को अपने साथ जोड़ना है। किसी का अनुसरण करना आगे बढ़ना या ऐसे रास्तों पर आगे बढ़ना है जहां लोग उसका अनुसरण करते हैं। जब कोई व्यक्ति ऐसा निर्णय लेता है, तभी उसके महान और साधारण बनने की शुरुआत होती है।

                             याद रखिये जिस पेड़ पर लोग पथराव करते हैं, उसे कुछ ही फल मिलता है, पूरा पेड़ कभी उनका नहीं हो सकता। लेकिन जो ठान लेते हैं और अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित होते हैं, वे पूरे पेड़ के हकदार होते हैं, लेकिन उन्हें यह अधिकार तभी मिलेगा जब वे एक पेड़ की तरह सोचेंगे। पेड़ कभी अपने लिए नहीं सोचता, यह महत्वपूर्ण है, जब तक यह स्वयं को महत्व देता रहेगा, तब तक यह अपने परिवार, समाज, राज्य, देश और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। एक माचिस से कई दीपक जलाए जा सकते हैं। तुम एक ऐसा दीपक बन जाते हो, जिससे अज्ञान का अन्धकार दूर हो जाता है, श्रम का प्रकाश सामने आता है। इस संबंध में कवि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने कहा है, 'जदी तोमर डाक सुने केउ न अस्बे, तो एकला चलो' यानी अगर कोई आपकी पुकार सुनकर आपके पास नहीं आता है, तो अकेले चलने का संकल्प लें, अकेले चलें। यह सच है कि भीड़ उन्हीं का अनुसरण करती है जिनकी यात्रा अकेले शुरू हुई थी।

सफलता की कुंजी

सफलता कैसे पाये :


अपने जीवन में हर इंसान अपने काम में सफल होना चाहता है,पर कई बार प्रयास करने के बाद भी हम अपने किसी काम में जब सफल नहीं होते तो बहुत जल्दी हार मान लेते हैं।

इस तरह अपने आप को औरों से कमजोर समझने लगते हैं। अगर आप इतिहास उठा कर देखो कोई भी कामयाब व्यक्ति एक दिन में सफल नहीं हुआ है। उसको भी सफल होने में बहुत सारे संघर्ष और बुरी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।

सपना और सफलता का रहस्य :

अगर आप जीवन में सफल होना चाहते है तो आपके सपने क्या है पहले उसे पता लगाईये।

हर व्यक्ति का कुछ न कुछ सपना होता है जिसे वो अपने जीवन में पाना चाहता हैं। कोई अच्छी नौकरी चाहता, कोई अपना घर खरीदना चाहता है, कोई अपना खुद का बिजनेस करना चाहता है, कोई अमीर बनना चाहता है इत्यादि। ऐसे आपके भी कुछ सपने होंगे उनको एक जगह लिख लीजिए जब आप लिख लेंगे तो आपको स्पष्ट हो जाएगा कि आपको जीवन में किसी तरह की सफलता चाहिए।

हम सब ने अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम अब्राहम लिंकन के बारे में सब ने सुना होगा वह जब अमेरिका का राष्ट्रपति बने थे उससे पहले उसने बहुत सारी मुसीबतों का सामना किया था।

वह बहुत गरीब परिवार में पैदा हुआ हुआ था उसके पास पढ़ने के लिए ना तो किताबें थी और ना ही रोशनी थी। इतिहास में उसके बारे में ऐसा बताया गया है कि वह रात को

स्ट्रीट लाइट के नीचे बैठकर पढ़ता था। उसने अपने जीवन बहुत गरीबी

देखी हुई थी जिसके आम इंसान कल्पना भी नहीं कर सकता।

उसको भी यह सब एक दिन में हासिल नहीं हुआ। वह अमेरिका का राष्ट्रपति बन गया था, पर उसके पीछे एक बहुत बड़ी संघर्ष की कहानी है।

अमेरिका का राष्ट्रपति बनना एक बहुत महत्वपूर्ण पद है।

अगर हमारी तरह अब्राहम लिंकन भी एक या दो बार प्रयास करके घर बैठ जाते तो शायद आज उसका इतिहास में कोई नाम भी नहीं जानता, पर नहीं उसकी लगातार प्रयास, मेहनत और नियम ही उसकी सफलता का असली मूल मंत्र है।

अगर आप भी अपने काम में सफल होना चाहते हो तो इसके लिए सबसे पहले कड़ी मेहनत, धैर्य, अपने काम के प्रति इमानदारी, और नियम कभी न टूटने वाला नियम अपनाना होगा, तभी आप कामयाब हो सकते हैं।

नियम एक ऐसा मूल मंत्र है किसी भी काम को लेकर जो कभी आपको एक ना एक दिन कामयाबी वाली सिढी की सबसे ऊपर तक छोर तक ले जायेगी.

अपने काम में कामयाब होने के लिए सबसे ज्यादा आपकी जिद और जुनून का होना बहुत जरूरी है तभी आप सफल हो सकते हो।

किसी भी काम को देख लो एक दिन में कोई भी कामयाब नहीं होता कि रात को सोचा और सुबह वह बहुत अमीर बन गया। ऐसा तो आज तक किसी के साथ न हुआ है और ना ही होगा। क्योंकि भगवान भी उनके साथ होता है जो लोग मेहनत करते हैं।

अगर हम भी दुनिया में आये है इसके लिए हमारी मां ने हमें 9 महीने तक हमें अपने पेट में रखा और बहुत सारे दुःख तकलीफ सहने के बाद हमें जन्म दिया है, तब आकर हम दुनिया में आए हैं अगर मां कष्ट ना खाती तो शायद हम दुनिया ना देख पाते।

थाली में परोस कर कहीं कुछ नहीं मिलता। अगर हाथ पसारकर मिलता भी है तो सिर्फ भिखारियों को वह भी एक या दो रूपये मिलता है। और सारी जिन्दगी भिखारी का जीवन बीता देते है।

हाथ पसारने से कोई बहुत ज्यादा धन की बोरी नहीं मिलती और ना ही आज तक किसी को मिली है।

अगर आप भी ऐसा सोचते हैं कि मैं बैठा रहा हूं हाथ पर हाथ रखकर और एक दिन भगवान जी धन का बहुत बडा थैला भरकर मेरे घर भेज देंगे, यह आपकी सबसे बडी भूल है। क्योंकि धन की बरसात भी भगवान् उनके घर करते है जो सुर्य उगाने से पहले अपने काम लग जाते है।

मेहनत और लगन :

अगर आपने कुछ सीखना है मेहनत के लिए तो सूरज और प्रकृति से सीखये जो हमें बिना शिकायत के बिना कुछ मांगे प्रति दिन अपना फर्ज बिना किसी शिकायत के निभा रहे हैं।

अगर सूरज और प्रकृति अपनी ड्यूटी देना बंद कर दें तो शायद हमारा जीना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाएगा।

सबसे पहले तो अपने काम के प्रति आपके अंदर जुनून और उसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है, तभी आप सफल हो सकते हैं।

हो सकता है काम तो आपको खाना बनाने का ही आता हो और आप सोचने लगे कि मैं दुकान हलवाई की खोल लू और मिठाईयां बनाने लग जाऊं ऐसा इंपॉसिबल है। क्योंकि जिस काम में आपको करने में आनंद आता हो और उस काम में महारत हासिल हो, काम वही करना चाहिए।

अपने ऊपर विशवास :

जीवन को सफल बनाने में विश्वास का होना बहुत जरूरी है या आप कोई भी काम करे उस पर विश्वास आपको करना ही पड़ेगा तभी वो कार्य सफल हो पाएगा। अपने ऊपर विश्वास कैसे करे।

सफलता आपको एक रात में नहीं मिलती उसके पीछे बहुत मेहनत करनी होती है। बहुत सारे जीवन में छोटे- छोटे त्याग करना होता है और बहुत से लोग यही पर पीछे हट जाते कयोंकि वो अपने जीवन में त्याग नहीं करना चाहते है।

कोसारे महाराज :- संस्थापक व राष्ट्रीय अध्य्क्ष

मानव हित कल्याण सेवा संस्था नागपुर

 

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