परिवार किसी भी व्यक्ति की उसके जीवन की प्रथम पाठशाला होती हैं।: Kosare Maharaj

 परिवार किसी भी व्यक्ति  की उसके जीवन की  प्रथम पाठशाला होती हैं।: Kosare Maharaj

                                                          


परिवार इंसान की पहली पाठशाला है। वह जो कुछ भी अच्छा या बुरा सीखता है, परिवार से ही सीखता है। मनोचिकित्सक जब किसी मुश्किल केस को हल करते हैं तो परिवार पर ज्यादा तवज्जो देते हैं। संक्षेप में परिवार हमारी नींव में, आचरण में और फिर हमारे पूरे जीवन में झलकता और छलकता परिवार एक विचार है, सुरक्षा और जीवनशैली है। इसमें होने और रहने का एक तरीका है, जिसे हम पारिवारिक संस्कार कहते हैं। यह मैंसे निकलकर हमतक फैलता है। मिट्टी का मटका और परिवार की कीमत सिर्फ बनाने वाले को पता होती है तोड़ने वाले को नहीं। ज्ञान भले ही पुस्तको से प्राप्त किया जा सकता है लेकिन अच्छे संस्कार केवल परिवार ही दे सकता है। अच्छे संस्कार किसी बाजार में नहीं मिलते, बल्कि ये तो परिवार की देन होती है। इस दुनिया में जिनके पास न तो परिवार है और न दोस्त वो वास्तव में गरीब हैं। इस दुनिया में परिवार से बड़ा और कोई धन नहीं होता।


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