पैसा सब कुछ नहीं है. लेकिन सब कुछ के लिए पैसे की ज़रूरत पड़ती है.

पैसा लोगों को बदलता नहीं है. ये उनका नकाब उतार देता है.पैसा बचाओ और पैसा आपको बचाएगा.जब तक आप अनुभव द्वारा इसका मूल्य नहीं समझते, तब तक पैसा व्यर्थ है.यदि आपको जानना है कि कोई इंसान कैसा है, तो ध्यान से देखो कि पैसे चले जाने पर वो कैसा व्यवहार करता है.पाई पाई बचाना ही पैसा कमाना है.यदि आप पैसे से किसी समस्या का समाधान कर सकते हैं, तो असल में वह समस्या ही नहीं है.जो आपको पसंद है, वो करो और पैसा आपके पीछे भागेगा.ढेर सारी दौलत कमाने और अमीर होने के बीच बहुत बड़ा अंतर है.आपकी दौलत का वास्तविक पैमाना यह है कि अपनी सारी दौलत खोने के बाद आप किस लायक रहेंगे.आपको अपने धन पर नियंत्रण प्राप्त करना होगा अन्यथा इसकी कमी हमेशा आप पर नियंत्रण रखेगी. सभी बुराई की जड़ पैसे की कमी है.वर्तमान और भविष्य के बीच की कड़ी होने के कारण पैसे का महत्व बढ़ जाता है.लोग कहते हैं कि पैसा ख़ुशी की कुंजी नहीं है, लेकिन मुझे हमेशा लगा कि अगर आपके पास पर्याप्त पैसा है, तो आपके पास एक चाबी हो सकती है.
( कोसारे महाराज )

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