अपनी छोटी-छोटी गलतियों से हमेशां ही बचने की कोशिश करो,क्योंकि इंसान पहाड़ों से नहीं बल्कि छोटे पत्थरों से ठोकर खाता है।

असफल व्यक्ति वह है जिसने गलतियाँ की,
लेकिन उनके अनुभव से किसी भी तरह का लाभ नहीं उठाया। कोई भी पीछे जाकर नई शुरुवात नहीं कर सकता,
पर हम सभी नई शुरुवात कर बेहतर अंत कर सकते है।
इंसान के जिस्म का सबसे खूबसूरत हिस्सा है “दिल”,
वो ही साफ न हो तो चमकता “चेहरा” किस काम का।
दूसरों की भलाई करने से बड़ा पूण्य कुछ भी नहीं हैं, जब आप किसी के भलाई करते है तो उसका हृदय और अंतरात्मा प्रसन्न हो जाती हैं. इससे ईश्वर प्रसन्न होते हैं और आप अपने जीवन सुख-समृद्धि और शान्ति प्राप्त करते हैं.   ( कोसारे महाराज )

Post a Comment

0 Comments