गरीबों के बच्चे भी खाना खा सके त्यौहारों में
गरीबी के अभिशाप है जिसमें इंसान हर तरह की बुरे कार्य करने को तैयार हो जाता है. गरीबी को मिटाने का एक ही तरीका है. वो है शिक्षा. गरीबों को शिक्षित और रोजगार देकर गरीबी को मिटाया जा सकता है. पर अब रोजगार के भी लाले पड़े ही हैं. आज के दौर में शिक्षित लोगो को भी रोजगार नहीं मिल रहा है. इंसान धीरे-धीरे मशीन युग की तरफ बढ़ रहा है. जहाँ इंसान की जगह मशीने काम कर रही है. यह गरीबी और बेरोजगारी को और भी बढ़ाएगा. गरीबी लगभग हर युग में रहा है. गरीबी हर देश में रहा है. मेरी समझ से इसे पूरी तरह खत्म कर पाना असम्भव है.
( कोसारे महाराज )
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